पारद शिवलिंग फोटो SECRETS

पारद शिवलिंग फोटो Secrets

पारद शिवलिंग फोटो Secrets

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इसका वैज्ञानिक कारण ये भी है कि शिवलिंग ऊर्जा शक्ति का भंडार होती है और इसके आसपास के क्षेत्रों में रेडियो एक्टिव तत्वों के अंश भी पाए जाते हैं. महादेव के सभी प्रिय पदार्थ जैसे बिल्व पत्र, आक, धतूरा आदि इस एनर्जी को सोखने वाले होते हैं. इस एनर्जी को शांत रखने के लिए ही शिवलिंग पर लगातार जल चढ़ाया जाता है. यदि घर में बड़े शिवलिंग को रखा जाएगा तो इसका विपरीत असर लोगों पर पड़ सकता है.

साथ ही आपको हाथ में चावल और फूल लेकर माता पार्वती का ध्यान करना चाहिए और चावल को शिवलिंग पर चढ़ा देना चाहिए।

नवग्रहों से जो अनिष्ट प्रभाव का भय होता है, उससे मुक्ति भी पारद शिवलिंग से प्राप्त होती है।

शिवलिंग की यह व्याख्या शैव सम्प्रदाय की प्रमुख परम्परा - शैव सिद्धांत के अनुसार है। शिवलिंग का ऊपरला हिस्सा परशिव और निचला हिस्सा यानी पीठम् पराशक्ति को दर्शाता है। पराशक्ति एवं परशिव भगवान शिव की दो परिपूर्णताएँ हैं।

इसके बाद लाल चंदन, लाल फूल, अबीर, रोली और अक्षत चढ़ाकर कुंजी की विधिवत पूजन करें।

पूजा के बाद इन शिवलिंगों की देखभाल कैसे करें?

घर के सभी वास्तु दोषों की समाप्ति के लिए और वातावरण को पवित्र करने के पारद शिवलिंग / pare ka shivling को घर में रखा जाता है। यदि आप अपने घर में मौजूद असली पारद शिवलिंग कहा मिलेगा दरिद्रता और बुरी शक्तियों का नाश करना चाहते हैं इसे घर में स्थापित कर सकते हैं।

ब्रह्महत्या सहस्त्राणि गौहत्याया: शतानि च। तत्क्षणद्विलयं यान्ति रसलिंगस्य दर्शनात्।। 

इसका पूजन करने से संसार के समस्त द्वेषों से मुक्ति मिल जाती है। कई जन्मों के पापों का उद्धार हो जाता है। इसके दर्शन मात्र से समस्त परेशानियों का अंत हो जाता है। ऐसे शिवलिंग को समस्त शिवलिंगों में सर्वोच्च स्थान मिला हुआ है और इसका यथाविधि पूजन करने से मानसिक, शारीरिक, तामसिक या अन्य कई विकृतियां स्वतः ही समाप्त हो जाती हैं। घर में सुख और समृद्धि बनी रहती है।

साथ ही इसका आकार आपके अंगूठे के ऊपर वाले पोर से ज्यादा बड़ा नहीं होना चाहिए।

Aside from curing many illnesses it wards of superior blood pressure, bronchial asthma, coronary heart disorders, and a single essential part is, it develops thoughts electrical power to achieve strong will which happens to be very good for growth of both physical health and fitness and head.

शिवलिङ्ग शिव की निराकार पूजा है ॥ २७ ॥ -महा० अनु० पर्व अ० १४

रुद्र संहिता , पारद संहिता , ब्रम्हपुराण , शिव पुराण , उपनिषद , अशा अनेक ग्रंथात पारद शिवलिंगाचे वर्णन दिले गेले आहे.

आमतौर पर हिंदू धर्म में सभी देवी-देवताओं की साकार रूप की पूजा होती है, जिनके हाथ, पैर, चेहरा आदि होता है, लेकिन एकमात्र शिव ऐसे देव हैं जो साकार और निराकार दोनों रूपों में पूजे जाते हैं.

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